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Special village: साल के तीन महीने अंधेरे में रहता है ये गांव, रोशनी के लिए बना दिया अपना सूर्य

साल के तीन महीने अंधेरे में रहता है ये गांव, रोशनी के लिए बना दिया अपना सूर्य

इस धरती पर कई अजुबे जगह हैं। ऐसी जगहें जिसके बारे में लोगों को काई जानकारी नहीं है। इटली में एक गांव है जहां तीन महीने सूर्य की रोशनी नहीं पहुंचती। जी हां आपने सही सुना, एक ऐसा गांव जहां सूर्य की रोशनी नहीं आती। लेकिन कहते हैं ना आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है। गांव वालों ने भी ऐसा ही कर दिखाया है। लोगों ने रोशनी पाने के अपना आर्टिफिशियल सूरज बना लिया।

दरअसल इटली के इस गांव का नाम विगनेला है जो उत्तरी इलाके में है। ये गांव चारों तरफ पहाड़ों और घाटियों से घिरा हुआ है। इसी वजह से खासतौर पर ठंड के महीने नंबर से लेकर फरवरी तक यहां अंधेरा छाया रहता है क्योंकि सूर्य कि किरणें इस गांव तक पहुंचती ही नहीं हैं। लंबे समय तक सूर्य की रोशनी नहीं मिल पाने की वजह से इस गांव में बीमारियां फैलने लगती थी। लोग रोशनी नहीं मिल पाने की वजह से नकारात्मक मानसिकता, नींद की कमी, मूड खराब रहने जैसी समस्याओं से जूझते थे और अपराध भी बढ़ जाता था।

ऐसे में इस गांव के लोगों ने ठंड के मौसम में रोशनी के लिए जो व्यवस्था की उसे जानकर आप भी उनकी तारीफ करने लगेंगे। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव के लोगों ने रोशनी पाने के लिए साल 2006 में 100000 यूरो की मदद से 8 मीटर लंबा और 5 मीटर चौड़ा स्टील के शीट का निर्माण किया जिस पर सूर्य की रोशनी पड़ते ही पूरे गांव में उजाला आ जाता है।  इस तकनीक को एक वैज्ञानिक ने समझाते हुए बताया कि स्टील शीट पर लगा दर्पण दिन में छह घंटे सूर्य के प्रकाश को प्रतिबिंबित करता है जिससे गांव वालों को अंधेरे से मुक्ति मिल जाती है।