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टिकरी बॉर्डर पर आंदोलनकारियों में फैला कोरोना? एक महिला प्रदर्शनकारी की मौत

Farmer Protester Died Due To coronavirus

नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पांच महीने से ज्यादा समय से किसानों का आंदोलन जारी है। कोरोना काल में जहां संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, हर रोज रिकॉर्ड तोड़ मामले आ रहे हैं। आज तो 4 लाख से भी ज्यादा मामले आ गए हैं, ऐसे में आंदोलन को जारी रख कोरोना को दावत देने जैसा है और और इसका असर अब दिखने लगा है। कई दिनों से सक्रिय पश्चिम बंगाल की 25 वर्षीय युवती ने शुक्रवार (30 अप्रैल) की सुबह दम तोड़ दिया। वह 27 अप्रैल से टिकरी बॉर्डर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थी।

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कोरोना के प्रकोप के बावजूद अलग-अलग जगहों पर पंचायतें करने पर किसान आंदोलन के नेतृत्व दल में शामिल किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिं​ह के खिलाफ हरियाणा के भिवानी में मामला दर्ज किया गया है। खबरों की माने तो मृतका मोमिता बसु पश्चिम बंगाल के हुगली की रहने वाली थीं। वह 11 अप्रैल को टीकरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन में शामिल होने आई तीं। वह अलग-अलग संगठनों के साथ यहां पर रहीं।

कीर्ति किसान यूनियन के एक नेता राजेंद्र सिंह दीप सिंह वाला ने कहा, 'मोमिता प्रदर्शन में शामिल होने के लिए 11 अप्रैल को पश्चिम बंगाल से टिकरी आई थी। चार दिन पहले उसकी हालत बिगड़ने पर उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसके फेफड़ों में संक्रमण पाया था। उन्होंने शुक्रवार को अस्पताल में अंतिम सांस ली।' इस बीच किसान यूनियन दावा कर रहे हैं की बसु सी मौत फेफड़ों में संक्रमण के कारण हुई थी, लेकिन संदीप सिंह नाम के एक पत्रकार ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है कि महिला की मौत कोरोना से हुई है।

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उन्होंने कहा कि मोमिता बसु के फेफड़ों में संक्रमण था और वह कोरोना से भी संक्रमित थीं। पत्रकार ने पुष्टि की कि टिकरी बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर COVID-19 के कारण मौत का यह पहला मामला है, जहां हजारों किसान मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा के विरोध कर रहे हैं। भारत में कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक साबित हो रही है।