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India की ‘भूत जोलोकिया’ मिर्ची गन पाउडर से भी ज्यादा खतरनाक! इससे बनाए जाते हैं हथगोले

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दुनिया की सबसे तीखी मिर्च 'भूत जोलोकिया' की मांग न सिर्फ देशों में बल्कि विदेशों में भी खूब हो रही है। भूत जोलोकिया मिर्च न सिर्फ खाने का स्‍वाद बढ़ाती है बल्कि इसका हथियार बनाने के लिए भी इस्तेमाल होता है।  डीआरडीओ यानी डिफेंस रिसर्च डिजाइन ऑर्गनाइजेशन भूत जोलोकिया के इस्तेमाल से हैंड ग्रेनेड बनाती है। साल 2009 में पहली बार तेजपुर स्थित डीआरडीओ की लैब ने इस मिर्च की मदद से एक चिली ग्रेनेड या मिर्ची बम बनाया था। वहीं, साल 2016 में पैलेट गन में भी इसका इस्तेमाल शुरु हो गया। जिससे उग्रवादियों को तितर-बितर किया जा सके।

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वहीं  बीएसएफ की ग्वालियर, टेकनपुर स्थित टियर स्मोक यूनिट आंसू गैस के गोले भी भूत जोलोकिया से बनाते है। ये टियर स्मोक के गोले उपद्रवियों को रोकने में बेहद मदद करते है। इससे शरीर पर किसी प्रकार का हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है। इसकी तीव्रता केमीकल जितनी ही है। भूत जोलोकिया से बने टियर स्मोक के दागने से आंख में तेज जलन होती है और दम घुटने लगता है। कुछ देर के लिए उपद्रवी अपने स्थान पर स्थिर हो जाते हैं और किसी प्रकार की हरकत नहीं कर पाते। चीन,अमेरिका जैसी कम्पनियां भारत से इसका निर्यात करवाती है।

आपको बता दें कि भूत जोलकिया दुनिया की सबसे तीखी मिर्च में से एक है। इसे असम में उगाया जाता है। असम की भूत जोलकिया को साल 2007 में दुनिया की सबसे तीखी मिर्ची माना गया और इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया। 'भूत जोलोकिया' को कई नामों से जाना जाता है, जैसे 'किंग चिली', 'राजा मिर्च' और 'घोस्ट पेपर', 'यू-मोरोक', 'लाल नागा' और 'नागा जोलोकिया' के नाम से भी जाना जाता है। असम के अलावा इस मिर्च की खेती भारत के मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश में भी की जाती है।