तमिलनाडु के कन्नूर में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत के साथ उनकी पत्नी और अन्य अधिकारियों समेत कुल 14 लोग सवार थे। वायु सेना ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा है कि सेना का एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है। इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत भी मौजूद थे। वायु सेना ने हादसे का कारण जानने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश होने ही जानकारी प्रधानमंत्री मोदी को दी है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आपात बैठक बुलाई है।
खबर है कि सीडीएस बिपिन रावत को गम्भीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है। अभी तक सीडीएस बिपिन रावत की हालत के बारे में सेना के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उनकी हालत के बारे में संसद में बयान देंगे। आपको बता दें कि भारतीय सेना का Mi-17V5 सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक है। वीवीआईपी उड़ान के लिए इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल होता रहा है। पीएम मोदी ने लद्दाख और केदरानाथ तक की यात्रा इसी हेलीकॉप्टर से की थी। इसे बेहद सुरक्षित कॉकपिट माना जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है।
इस हेलीकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 250 किमी/घंटा है। यह 6000 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक पहाडी़ और दुर्गम इलाकों में भी उड़ान भरने में सक्षम माना जाता है। एक बार ईंधन भरने के बाद यह 580 किमी. की दूरी तय कर सकता है। यह कठिन परिस्थितियों में भी उड़ान भरने में सक्षम है। बताया जाता है कि 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के दौरान एनएसजी कमांडो इसी हेलीकॉप्टर्स की मदद से कोलाबा में आतंकियों से मुकाबला करने उतरे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सितंबर 2016 में जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी लॉन्च पैड को तबाह करने के लिए जो सर्जिकल स्ट्राइक की गई उसमें भी इसी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया था।