भारत में इस वक्त बुलडोजर मुद्दा गरमाया हुआ है। यहां तक कि अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने माफियाओं के अवैध कारोबारों पर बुलडोज़र चलाया जिसके बाद देश भर की राज्य सरकारें यह आईडिया कॉपी करने लगी। मध्य प्रदेश सरकार ने भी कई माफियाओं के खिलाफ एक्शन लेते हुए बुलडोजर से उनके अवैध निर्माण को जमीन में मिला दिया। इधर हनुमान जयंती के दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में निकले शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद अवैध निर्माणों में JCB से कार्यवाही किया गया तो यहां पर लोगों ने जातीवाद का मुद्दा बना दिया। कोर्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील कपिल सिब्बल ने तो यह तक कह दिया कि, सिर्फ मुसलमानों के घरों को निशाना बनाया जा रहा है। जिसके बाद सरकारी सॉलिसीटर तुषार मेहना ने कहा कि, ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुसलमानों के अवैध घरों को ठहाया जा रहा है। उन्होंने उन्हे याद दिलाया कि मध्य प्रदेश में 80 फीसदी हिंदुओं का घर था और सिर्फ 20 फीसदी मुसलमानों का, तो ऐसे में जातीवाद न किया जाए तो ठीक है। अब कांग्रेस BJP इसका बदलाव लेते हुए अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को बुलडोजर से तोड़ दिया है।
राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को बुलडोजर से तोड़े जाने को लेकर प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गई है। अलवर में सराय गोल चक्कर के पास मंदिर में पहले मूर्तियों को कटर से काटा गया और फिर मंदिर को बुलडोजर से ढहा दिया गया। इससे गहलोत सरकार भाजपा के निशाने पर आ गई है। इस मामले को लेकर नगरपालिका के ईओ, एसडीएम के साथ ही राजगढ़ विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने को लेकर तहरीर दी गई है। हालांकि अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
खबरों की माने तो, अलवर में डेवलपमेंट मास्टर प्लान के तहत राजगढ़ कस्बे के गोल सर्किल से मेला का चौराहा के बीच रास्ते में बाधा बने दुकानों और मकानों को ध्वस्त करने को लेकर रविवार को बुलडोजर चलाया गया। इस दौरान मंदीर को भी गिरा दिया गया। सोशल मीडिया पर इस विध्वंसीकरण का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। शिवालय में जूते पहने कर्मचारियों पर भी हिंदू संगठनों का हुस्सा फूटा है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनीयां ने कहा कि 300 साल पुराना मंदिर अतिक्रमण कैसे हो सकता है। भाजपा अपनी एक टीम मौके पर भेज रही है, जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि विकास के नाम पर भगवान के मंदिर पर प्रहार करना बेहद दुखद है। उन्होंने इसे लेकर राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह बदले की भावना के साथ वोट बैंक की पॉलिटिक्स को आगे बढ़ा रहे हैं।
इसके साथ ही भाजपा आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने भी ट्वीट करते हुए गहलोत सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा कि, राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर… करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना- यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म।' इसके बाद एक और ट्वीट में मालवीय ने कहा कि 18 अप्रैल को बिना नोटिस प्रशासन ने 85 हिंदुओं के पक्के मकानों पर दुकानों पर बुलडोजर चलाया था।