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Masood Azhar पर तालिबान ने Pakistan से कहा झूठ मत बोले, अपने यहां खोजो

Taliban on Masood Azhar

Taliban on Masood Azhar: आतंकियों की फैक्ट्री लगाने वाला पाकिस्तान अपने आकाओं के लेकर हमेशा से खेल खेलता रहा है। जब भी पाकिस्तान में आतंकियों के पनाह की बात आई तो पाकिस्तानी सरकार और आर्मी इससे बचने के लिए कोई न कोई बहाना जरूर ढूंढने लग जाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ है भारत में कई बम धमाकों का मास्टरमाइंड और मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर (JeM Masood Azhar) को लेकर। दरअसल, आर्थिक बोझ तले दबा पाकिस्तान इस वक्त एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है और उसे डर सता रहा है कि, कहीं फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) कोई कार्रवाई न कर दे जिसके चलते वो मसूद अजहर को लेकर अफगानिस्तान को चिट्ठी लिख कर गिरफ्तार करने की बात कही है। दुनिया जानती है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है और पाकिस्तान इसपर झूठ बोल रहा है। अब तालिबान (Taliban on Masood Azhar) का भी इसपर रिएक्शन आ गया है। तालिबान ने पाकिस्तान (Taliban on Masood Azhar) से कहा है कि झूठ मत बोले वो उसे तो खुद तुमने छुपा कर रखा हुआ है।

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तालिबान ने कहा पाकिस्तान में है मसूद अजहर
तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इस बात से साफ इनकार किया है कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मौलाना मसूद अजहर अफगानिस्तान में है। टोलो न्यूज से बात करते हुए मुजाहिद ने कहा है कि मसूद वास्तव में पाकिस्तान में ही है। दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान ने मसूद अजहर की गिरफ्तारी के लिए अफगानिस्तान को एक पत्र लिखा था। पाकिस्तान का कहना है कि शायद वह अफगानिस्तान के नंगरहार और कनहर इलाकों में छिपा हुआ है। इसी पत्र का जवाब देते हुए इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि, जैश-ए-मोहम्मद का सरगना अफगानिस्तान में नहीं है। यह एक ऐसा संगठन है जो पाकिस्तान में ही हो सकता है। वैसे भी इसके बारे में हमें कोई पत्र नहीं मिला है। हमने इसके बारे में समाचारों के जरिए ही सुना है। हमारी प्रतिक्रिया यह है कि यह सच नहीं है कि मसूद अफगानिस्तान में है।

FATF से डर रहा पाकिस्तान
तालिबान नेतृत्व विदेश मंत्रालय की ओर से इस तरह के आरोप पर कहा है कि, ये काबुल और इस्लामाबाद के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। तालिबान के एक प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी ने कहा कि, हम सभी पक्षों से बिन किसी सबूत और दस्तावेज के ऐसे आरोपों से दूर रहने का आह्वान करते हैं। इस तरह के मीडिया के आरोप द्विपक्षीय संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में शामिल कुछ आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। इसके बाद इस्लामाबाद ने यह हथकंडा अपनाया है, जिसे तालिबान ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।

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एक ओर पाकिस्तान कहता है कि मसूद अजहर उसके मुल्क में नहीं बल्कि अफगानिस्तान में हो सकता है। लेकिन, दूसरे ओर मसूद अजहर पाकिस्तानी सोशल मीडिया नेटवर्क पर लेख जारी करता रहा है और स्थानीय लोगों को जिहाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते रहता है। आतंकियों को लेकर पाकिस्तान कितना भी झूठ बोले ले लेकिन, दुनिया असल सच्चाई जानती है। हर कोई जानता है कि, आतंक का वास्ता पाकिस्तान से है।