आज के समय में निवेश करने के कई जगह है। प्राइवेट सेक्टर से लेकर बैंक, पोस्ट ऑफिस तक में निवेश कर अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। इसके साथ ही पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) यानी PPF सबसे लंबी अवधि की लोकप्रिया सेविंग्स स्कीम्स में से एक है। इसमें छोटी बचत को निवश करके उस पर अच्छा रिटर्न पाया जा सकता है। इस स्कीम का फायदा रिटायरमेंट के समय वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के िलए भी लिया जा सकता है। इसके साथ ही निवेशकों को इनमें कई सारी छूट और बेनेफिट्स भी मिलती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में 15साल की अवधि होती है। हालांकि, सब्सक्राइबर ऐप्लीकेशन देकर पांच साल की अवधि के लिए इसे आगे भी बढ़ा सकता है। कुछ मामलों में आंशिक विद्ड्रॉल की भी इजाजत दी जाती है। इसमें ब्याज दर, सुरक्षा और टैक्स के तौर पर कई सारी बेनेफिट्स मौजूद हैं।
PPF अकाउंट के लिए ब्याज दर की बात करें तो केंद्र सरकार हर तिमाही में संशोधन करती है। इसमें आम तौर पर 7.6फीसदी से 8फीसदी रही है। कुल आर्थिक स्थिति को देखते हुए, यह कुछ बढ़ या घट सकती है। मौजूदा तिमाही यानी वित्त वर्ष 2021-22की चौथी तिमाही के लिए पीपीएफ अकाउंट पर ब्याज दर 7.1फीसदी पर तय की गई है। इसे सालाना आधार पर कंपाउंड किया जाता है।
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टैक्स बेनेफिट्स- टैक्स को लेकर बात करें तो PPF स्कीम में इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनेफिट्स मिलते हैं। इसमें निवेश की गई राशि पर 1.5 लाख रुपये तक के टैक्स डिडक्शन की इजाजत दी गई है। इसके साथ ही निवेश की सुरक्षा भी मिलती है। इन सब के अलावा लोन की भी सुविधा होती है। PPF अकाउंट पर लोन ले सकते हैं। अकाउंट खोलने के तीसरे साल से लेकर छठें साल तक लिया जा सकता है। अधिकतम लोन राशि की बात करें तो, जिस साल में लोन के लिए अप्लाई किया जाएगा उसके दूसरे वित्त वर्ष के आखिर में बैलेंस की 25 फीसदी राशि पर लोन लिया जा सकता है।