देश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप दिन पर दिन तेजी के साथ बढ़ता ही जा रहा है। हर रोज लाखों केस सामने आ रहे है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और सरकार लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रही है। कोरोना से बचाव का सबसे मजबूत हथियार है 'मास्क', वैज्ञानिकों ने डबल मास्क को कोरोना से बेहतर प्रोटेक्शन माना है। लेकिन अब मास्क को लेकर भी सोशल मीडिया पर कई बातें कही जा रही है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि लंबे समय से मास्क लगाने पर शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। जिससे ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है।
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सोशल मीडिया के इस दावे को कई लोगों ने सच माना तो कोई इसे फर्जी बता रहा है। इस दावे को लेकर सरकार की तरफ से बयान भी सामने आया है। सरकार ने इस मैसेज को फर्जी करार दिया गया है। सरकार के ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने इस दावे को लेकर ट्वीट किया है और इस फर्जी बताया है। पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट के जरिए कहा- 'एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि लंबे समय तक मास्क के उपयोग से शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकता और ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। यह दावा फर्जी है।'
दावा: एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि लंबे समय तक मास्क के उपयोग से शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकता और ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।#PIBFactCheck: यह दावा #फ़र्ज़ी है। #कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सही तरीके से मास्क जरूर लगाएं। pic.twitter.com/ziSDpPOnhL
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 8, 2021
पीआईबी ने आगे लिखा- 'कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सही तरीके से मास्क जरूर लगाएं।' आपको बता दें कि इससे पहले पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने पान के पत्ते से कोरोना वायरस से बचने वाले दावे की भी पोल खोली थी। पीआईबी ने ट्वीट कर कहा कि 'एक फर्जी खबर में दावा किया जा रहा है कि पान के पत्ते का सेवन करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है और संक्रमित व्यक्ति को भी ठीक किया जा सकता है। कोविड से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना, मास्क लगाना औरव शारीरिक दूरी का पालन करना ज़रूरी है। पान के पत्ते के सेवन से कोरोना से बचाव और स्वस्थ होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।'