कोरोना से लड़ने के लिए कोवैक्सीन और कोविडशील्ड ही अभी मोर्चा संभाले हुए हैं। वैक्सीन की दोनों डोज लेकर लोग कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहे हैं। इस जंग में अब अमेरिकी फॉर्मा कंपनी 'जॉनसन एंड जॉनसन' भी अपनी वैक्सीन लेकर आना वाला हैं। खास बात ये हैं कि इस वैक्सीन की सिर्फ एक ही डोज काफी होगी। 'जॉनसन एंड जॉनसन' वैक्सीन की सिंगल डोज कोविड का खात्मा करने के लिए असरदार हैं। हालांकि इसको लेकर अभी कई टेस्ट होने बाकी हैं। उम्मीद जताई जा रही हैं कि ये वैक्सीन अगले महीने बाजार में उतर सकते हैं।
कोरोना को मात देने के लिए भारत के पास अभी कुल मिलाकर 5 इमरजेंसी वैक्सीन उपलब्ध हैं। भारत में सबसे पहले कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मंजूरी दी गई थी। इसके बाद स्पूतनिक वी, मॉडर्ना और ज़ायडस कैडिला के ZyCoVD को भी मंजूरी दी गई और अब जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। अगले हफ्ते तक फाइनल टेस्टिंग के लिए इसे सीडीएल और कसौली और राष्ट्रीय कोशिका विज्ञान केंद्र भेजा जाएगा। इस वैक्सीन को लेकर निरीक्षण जारी हैं। जल्द ही सुरक्षा और गुणवत्ता परीक्षण के लिए जारी कर दिया जाएगा।
'जॉनसन एंड जॉनसन' वैक्सीन अपने टेस्ट में सब ठीक रहा तो अगले महीने तक टीकाकरण अभियान के लिए टीका उपलब्ध होने की संभावना है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, जल्द ही वैक्सीन को रोल आउट किया जाएगा।' ऐसे में लोगों को अगले महीने जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन का इंतजार हैं। सूत्रों की मानें तो ये सिंगल डोज वैक्सीन है इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को कवर किया जा सकेगा। ट्रायल के नतीजों के आधार पर कहा गया है कि SARs-COV-2 के सभी वेरिएंट को रोकने में ये सिंगल शॉट वैक्सीन 70 प्रतिशत तक प्रभावी हैं। जबकि बीमारी के गंभीर मामलों को रोकने में तो 86 प्रतिशत तक असरदार हैं।