देश भर में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं, कई जगहों पर इसे काबू करने के लिए भारतीय सेना ने कमाल संभाला है। थलसेना देशभर में जगह-जगह कोविड हॉस्पिटल खोलने में जुटी हुई है। अब सेना ने तीन और कोविड अस्पताल बनाकर देश को समर्पित किया है।
थलसेना ने पहला अस्पताल चंडीगढ़ में खोला गया है जो सोमवार से ही चालू हो गया है। इसके अलावा दूसरा 100बेड का अस्पताल मंगलवार दिल्ली के करीब फरीदाबाद में खुलने जा रहा है। और तीसरा पंजाब के पटियाला में बनकर तैयार हो गया है। इन तीनों अस्पतालों में कोरोना से ग्रस्त सिविलियन-मरीजों का इलाज किया जाएगा।
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तीनों अस्पतालों में माइल्ड सिम्पटम वाले मरीजों का होगा इलाज
भारतीय सेना के मुताबिक इन तीनों अस्पतालों को स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर युद्ध-स्तर पर तैयार किया गया है। इनमें माइल्ड सिम्पटम वाले मरीजों का इलाज किया जाएगा। और ही इनमें सेना के ही डॉक्टर और पैरा-मेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे। ये अस्पताल इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की गाइडलाइन के अनुरूप तैयार किए गए हैं। सभी अस्पतालों में लैब, एक्सरे और फार्मेसी की सुविधा होगी। सेना के मुताबिक, यहां देश के सभी नागरिक अपना इलाज करा सकेंगे। लेकिन वॉक-इन एडमिशन नहीं होगा।
इन अस्पतालों के लिए सभी मरीजों को जिले के सीएमओ यानि चीफ मेडिकल ऑफिसर से संपर्क करना होगा। लेकिन डिस्चार्ज सेना के मेडिकल ऑफिसर की संतुति पर ही होगा। सेना के मुताबिक, सोमवार को चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल हॉस्टल में 100बेड का हॉस्पिटल शुरू हो गया है।
साथ ही फरीदाबाद के अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में भी 100 बेड का अस्पताल शुरु होने वाला है। पंजाब के पटियाला में राजेन्द्र गर्वमेंट कॉलेज में भी बुधवार से आर्मी हॉस्पिटल शुरू हो जाएगा। पश्चिमी कमान के कमांडिग इन चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल आर पी सिंह के मुताबिक, कोरोना के खिलाफ जंग में चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा की सरकारों को हर संभव मदद करने के लिए सेना हमेशा तैयार रहेगी।