कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सीबीएसई ने 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द कर नई अंक निर्धारण नीति की घोषमा की है। इसके तहत प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन और 80 अंक सत्र के दौरान हुई परीक्षाओं पर आधारित होंगे। वहीं, परीक्षा के परिणाम इसी साल जून में घोषिक किए जाने की उम्मीद है।
देश में जीत तरह से कोरोना बढ़ रहा है उसे काबू कर पाना फिलहाल मुश्किल है। इसी वजह से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अप्रैल माह में ही कक्षा 10वीं की परीक्षाएं स्थगित करने के फैसले की घोषणा की थी। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय बैठक में लिया गया था, इस बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
परीक्षा मूल रूप से मई और जून में आयोजित होने वाली थी। पीएम मोदी ने कहा था कि छात्रों की भलाई सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। बताते चलें कि सीबीएसई के परीक्षाएं स्थगित करने के आदेश से पहले ही कई राज्य सरकारों ने इसी तरह के फिसले लिए थे। मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र ने अपने राज्य बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं की परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी। ऐसा पहली बार हो रहा है जब सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा पूरी तरह रद्द कर दी।