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Yogi Aditynath के बयान से Rahul Gnadhi और Akhilesh Yadav में मची खलबली, बोले- इनमें ज्यादा अंतर नहीं… ये दोनों ही…

एक साथ दो नेताओं को लपेट लिए Yogi Baba, बोले- Rahul-Akhilesh में ज्यादा अंतर नहीं

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस वक्त राज्य में एक से बढ़कर एक काम कर रही है जिसकी गाथा न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के बाद से प्रदेश में माफियाओं का वर्चस्व थम गया है। या तो माफिया जेल के अंदर हैं या फिर धरती छोड़ गए हैं। यहां तक कि कई माफियाओं ने तो थाने में आ कर खुद को सरेंडर कर दिया। इस बीच योगी सरकार विपक्ष पर भी जमकर निशाना साध रही है। सीएम योगी यूपी विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी संबोधन में विपझ पर हमला बोलते हुए कहा कि, राहलु गांधी और अखिलेश यादव में ज्यादा अंतर नहीं है।

सीएम योगी ने कहा कि, अखिलेश यादव ने बजट सत्र में अच्छी चर्चा की, लेकिन वह चर्चा के दौरान मुद्दे से भटक गए। बजट पर चर्चा होनी चाहिए थी, लेकिन मुद्दों से भटक कर चर्चा हुई। हमने बजट में हर वर्ग को लाभ देने की कोशिश की। हर वर्ग तक लाभ पहुंचाया। हमने गरीबों को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा है।  हम उस दिशा में काम कर रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, राशन कार्ड यूपी में बना, लेकिन राशन कार्ड की सुविधा का लाभ देश के अंदर अन्य राज्यों में ले रहे हैं, यह आदरणीय प्रधानमंत्री की प्रेरणा की वजह से है। देश में उत्तर प्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां हर गांव में बैंकिंग की सुविधा 'बीसी सखी' के माध्यम से प्रदान की जा रही है। हर घर बैंक की सुविधा अब केवल नारा नहीं, बल्कि वास्तविकता भी है। यही परिवर्तन तो आदरणीय प्रधानमंत्री जी चाहते थे।

इसके आगे उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व की सरकार के आठ साल पूरे होने पर कहा कि, देश को वैश्विक मंचों पर सम्मान मिला। अब गांव, गरीब, किसान, नौजवान एवं समाज के विभिन्न वर्गों तक शासन की योजनाओं का लाभ सीधे पहुंचता है। उन्होंने कहा कि, उत्तम समय कभी नहीं आता, समय निकालना पड़ता है। हमने समय को उत्तम बनाया। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, वो देश के बाहर देश की छवि बिगाड़ रहे हैं। उसी राह पर अखिलेश भी हैं। एक राष्ट्र श्रेष्ट्र भारत की परिकल्पना पर हम आगे बढ़ रहे हैं। हम सिर्फ जनहित की बात सोचते हैं। यह बजट अब  बड़ा बजट हैं। हम सिर्फ अंत्योदय के कल्याण की बात सोचते हैं। हमने जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया। हमने सबके लिए काम किया। यह जनादेश इसी का सबूत है।