खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सख्त हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा को 'बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'। दरअसल, हरियाणा के गुरुग्राम में खुले स्थानों पर जुमे की नमाज अदा करने पर कई हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई थी जिसके बाद भी मुस्लिम संगठन धार्मिक स्थलों पर नमाज अदा करने के बजाय खुले में ही अदा करने लगे। इसी के बाद हरियाणा सीएम इसपर सख्त हुए हैं।
यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री Narendra Modi के इस सपने को America करेगा पूरा
मनोहर लाल खट्टर ने यह भी कहा है कि जिला प्रशासन के खुले स्थानों पर नमाज के लिए कुछ स्थानों को आरक्षित करने का फैसले को वापस ले लिया गया है और राज्य सरकार अब इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेगी। मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में खुले स्थानों पर नमाज अदा करने पर कई दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा उठाई गई आपत्तियों को लेकर एक सवाल के जवाब में गुरुग्राम में संवाददाताओं से कहा, यहां (गुरुग्राम) खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा बर्दाश्त नहीं की जाएगी…लेकिन हम सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेंगे।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, सभी को (प्राथना करने के लिए) सुविधा मिलनी चाहिए लेकिन किसी को भी दूसरों के अधिकारों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी। खुले स्थानों पर नमाज के लिए कुछ स्थान निर्धारित करने के जिला प्रशासन के फैसले को वापल लेने पर उन्होंने कहा कि, हमने पुलिस और उपायुक्त से कहा है कि इस मुद्दे को सुलझाया जाए। अगर कोई नमाज अदा करता है, किसी के स्थान पर पाठ करता है तो उस पर कोई आपत्ति नहीं है।
यह भी पढ़ें- देश के वीरों को विदाई, आंसू छलके… जनरल रावत की बेटियों ने थामा एक दूसरे का हाथ
हरियाणा सीएम ने आगे कहा कि, धार्मिक स्थल इसी मकसद से बनाए जाते हैं कि लोग वहां जाएं और पूजा-अर्चना करें। इस तरह के कार्यक्रम खुले में नहीं होना चाहिए। खुली जगहों पर नमाज पढ़कर टकराव से बचना चाहिए। हम (दो पक्षों के बीच) टकराव की भी इजाजत नहीं देंगे। बता दें कि, पिछले कुछ महीनों में कुछ हिंदू संगठन खुले में नमाज पढ़ने को लेकर आपत्ती जता रहे हैं।