एक तरफ जहां दिल्ली से कोरोना वैक्सीन की कमी की खबर सामने आ रही है। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली को तीन करोड़ वैक्सीन चाहिए। अभी दिल्ली में वैक्सीन की कमी है। तो वहीं दूसरी तरफ वैक्सीन की बर्बादी की भी खबरें सामने आने लगी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो लक्षद्वीप, हरियाणा और असम में वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। वैक्सीन की बर्बादी के मामले में
सबसे पहले लक्षद्वीप आता है। लक्षद्वीप में 22 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हुई है।
दूसरे नंबर पर हरियाणा का नंबर आता है, जहां 6.65 प्रतिशत कोविड वैक्सीन खराब हो चुकी है।
तीसरा नंबर पर असम है, जहां अभी तक 6.07 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हो चुकी है।
राजस्थान में कोविड के टीके की 5.50 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हुई है।
पंजाब में 5.05 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी की खबरें सामने आई है।
बिहार में 4.96 प्रतिशत बर्बादी दर्ज की गई है।
दादर नागर हवेली में 4.93 कोविड वैक्सीन खराब हो चुकी है।
मेघालय में 4.21 प्रतिशत वैक्सीन खराब हो चुकी है।
तमिलनाडु में 3.94 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हो चुकी है।
मणिपुर में 3.56 प्रतिशत कोविड वैक्सीन खराब हो चुकी है।
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हाल ही में पीएम मोदी ने टीके की बर्बादी को कम करने के केरल सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की थी। पीएम मोदी ने कहा कि ये कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने में महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि अच्छा लग रहा है स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और नर्सों के काम को देखकर, जिन्होंने टीकों की बर्बादी को कम करते हुए एक उदाहरण हमारे सामने रखा है। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए टीके की बर्बादी को कम करना बेहद ही महत्वपूर्ण है।