सीडीएस जनरल बिपिन रावत का आखिरी वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। तमिलनाडु में कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से पूरा देश उनको याद कर रहा है। इंडिया गेट पर आज स्वर्णिम विजय पर्व कार्यक्रम में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का आखिरी संदेश जारी किया गया। इस वीडियो मैसेज को उन्होंने विजय पर्व के लिए वेलिंगटन जाने से पहले रिकॉर्ड किया था।
#WATCH Late CDS General Bipin Rawat's pre-recorded message played at an event on the occasion 'Swarnim Vijay Parv' inaugurated today at India Gate lawns in Delhi. This message was recorded on December 7.
(Source: Indian Army) pic.twitter.com/trWYx7ogSy
— ANI (@ANI) December 12, 2021
अपने आखिरी संदेश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा था- 'स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर मैं भारतीय सेना के सभी बहादुर जवानों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। भारतीय सेना की 1971 की लड़ाई में जीत की 50वीं वर्षगांठ को हम विजय पर्व के तौर पर मना रहे हैं। मैं इस पावन पर्व पर सशस्त्र सेनाओं के वीर जवानों को याद करते हुए उनके बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। 12 से 14 दिसंबर तक इंडिया गेट पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। ये बड़े सौभाग्य की बात है कि विजय पर्व अमर जवान ज्योति की लौ की छांव में आयोजित किया जा रहा है जो कि हमारे वीर शहीदों की याद में स्थापित की गई थी।'
After passing away of Gen. Bipin Rawat,his wife&11 other Armed Forces personnel, we've decided to celebrate ‘Swarnim Vijay Parv' with simplicity. IAF's Gp Capt Varun Singh, is under treatment at Command Hospital Bengaluru. We pray for his early recovery: Defence Min Rajnath Singh pic.twitter.com/ze3c00GGMG
— ANI (@ANI) December 12, 2021
उन्होंने आगे कहा- 'हम सभी देशवासियों को इस विजय पर्व के जश्न में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित करते हैं। अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व, आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व, जय हिंद।' स्वर्णिम विजय पर्व के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वर्णिम विजय पर्व भारतीय सेनाओं की उस शानदार विजय के उपलक्ष्य में है, जिसने दक्षिण एशिया के इतिहास और भूगोल दोनों को बदल कर रख दिया। यह आयोजन और भी भव्य और दिव्य रूप में करने का निर्णय हुआ था मगर देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असामयिक निधन के बाद इसे सादगी के साथ मानने का निर्णय लिया गया है। आज के अवसर मैं उन्हें भी स्मरण करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।'