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Korgajja Temple: कोरगज्जा मंदिर का एक और चमत्कार, मुसलमान ने बनाया मंदिर, खुद ही बन गया पुजारी

एक मुसलमान ने बनाया मंगलुरु में भगवान कोरगज्जा का मंदिर

अभी दो-तीन पहले की खबर है कि तीन मुस्लिम युवकों ने दाम कोरगज्जा मंदिर की दान पेटी में कण्डोम डालकर सनातन (हिंदू धर्म) का मजाक बनाया और भगवान की परीक्षा ली थी। इसका नतीजा हुआ कि तीन में एक खून की उल्टियां करता हुआ सिर पटक-पटक कर मर गया। इससे पहले उसे डॉक्टरों को भी दिखाया गया था लेकिन डॉक्टर्स उसे नहीं बचा पाए। कुछ दिन बाद बाकी बचे दो मुस्लिम युवकों में भी वैसे ही लक्षण दिखाई देने लगे जैसे पहले वाले को हुआ था।

समय रहते जिंदा बचे दोनों मुस्लिम लड़कों ने मंदिर जाकर क्षमा याचना की और उनका जीवन बच गया। यह कपोल कल्पित कथा नहीं हकीकत है। इन तीनों के नाम रहीम, तौफीक और नवाज हैं। बाद में जिंदा बचे रहीम और तौफीक को मंगलौर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था।

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मंगलौर में जहां तीन मुस्लिम युवकों ने कोरगज्जा भगवान का अपमान किया वहीं एक मुस्लिम ऐसा है जिसने न केवल भगवान कोरगज्जा का मंदिर बनवाया है बल्कि अब वो खुद वहां का पुजारी है। ब्राह्मण पुजारियों की तरह वो पूरी तरह शाकाहारी है और सनातन धर्म की पूजा विधि के अनुसार मंगला आरती से लेकर कंकण आरती करता है। भगवद प्रेमी इस मुस्लिम पुजारी का नाम पी. कासिम है। कासिम अपने हाथों से भगवान कोरगज्जा को कलेवा कराता है, दोपहर का और फिर सांयकालीन भोग लगाकर शयन भी कराता है। भगवान के भोग के बाद आस-पास के सभी लोग आकर भगवान कोरगज्जा का प्रसाद गृहण करते हैं।

भगवान कोरगज्जा के पुजारी कासिम का इंटरव्यू देखें

पी. कासिम का भगवान कोरगज्जा से लगाव की कहानी साउथ ऑन लाइन अखबार daijiworld.com ने छापी है। इसमें बताया गया है कि लगभग 35 साल पहले केरल के पलक्कड़ में रहने वाले कासिम बुरे दौर से गुजर रहा था। उसका एक्सीडेंट हुआ और पेर टूट गया। वो पलक्कड करावत्थू आ गया। उसने अपनी समस्या एक पुजारी को बताई। पुजारी की सलाह पर कासिम ने करावत्थू में अपने घर के पास अपने हाथ से ही भगवान कोरगज्जा का एक छोटा सा मंदिर बनाया और पूजा पाठ शुरू कर दिया। उसी दिन से कासिम के दिन बदलने लगे। कासिम का विश्वास है कि भगवान कोरगज्जा के आशीर्वाद से उसका घर-परिवार सुखी और संतुष्ट है। daijiworld.comकासिम का इंटरव्यू भी प्रसारित किया है। ये मलयालम में है।