हिंदुओं के प्रति कट्टरपंथी मुसलमानों की नफरत का यह आलम है कि भीलबाड़ा में दो मुस्लिम युवकों ने अपने साथ के ही हिंदू युवक को फर्जी मैसेज के आधार पर जेल भिजवा दिया। जमानत पर रिहा होने के बाद जब वो हिंदू युवक बाहर आया तो उसने स्थानीय पुलिस को सारी जानकारी दी और सुबूत दिखाए। तब जाकर कट्टरपंथी मुस्लिम युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
मामला राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर का है। यहां के दानिश और तौफीक नाम के मुस्लिम युवकों ने अपने ही साथ के विशाल खटीक व्हाट्स एप मैसेज को एडिट किया और कट्टरपंथियों के ग्रुप में भेज दिया। ग्रुप में मैसेज फैलने के बाद 20 जून को अब्दुल सत्तार अंजुमन कमेटी ने विशाल खटीक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा दी। पुलिस ने विशाल खटीक को धार्मिक भवनाएं फैलाने के आरोप में जेल भेज दिया।
जमानत पर रिहा होने के बाद विशाल खटीक स्थानीय पुलिस के पास गया और बताया कि उसके मैसेज को एडिट करके अलग-अलग ग्रुपों में शेयर किया गया है। विशाल खटीक के सबूतों को देखने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने जांच में पाया गया कि विशाल खटीक के नाम से जो स्क्रीनशॉट शेयर हो रह है वो एडिट करके शेयर किया जा रहा है।
पुलिस ने मामले को और गंभीरता से लिया तो पता चला कि मौके का फायदा उठाने और धार्मिक उन्माद फैलाने के मकसद ने तौफीक और दानिश ने विशाल खटीक के खिलाफ साजिश रची। साजिश के सभी सबूत और गवाह मिल जाने के बाद पुलिस ने दानिश और तौफीक को जेल भेज दिया और विशाल खटीक के खिलाफ साजिशन मुकदमा दर्ज करावाने की जानकारी कोर्ट को दी।