Hindi News

indianarrative

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से चीन-पाक में खलबली तेज- देश को मिलेगा खास तोहफा

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से चीन-पाक में खलबली तेज

भारत और रूस के बीच सैन्य संबंधों को पहले से भी मजबूत बनाने के इरादे से आज दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष बैठक करने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यह बैठक काफी अहम है। पुतिन अपने दौरे के दौरान भारत को एस-400 मिसाइल सिस्टम और एके-203 राइफल सहित कई ऐसे तोहफे दे सकते हैं जिससे चीन और पाकिस्तान की टेंशन बढ़ना तय है। इस बैठक के दौरान भारत और रूस के बीच पहली बार टू प्लस टू फॉरमेट पर वार्ता होगी। दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों, एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति सहित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर चर्चा होगी।

यह भी पढ़ें- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा, 7 घंटे के अंदर इस प्लान को देंगे अंजाम

राष्ट्रपति पुतिन का कार्यक्रम

रूसी राष्ट्रपति का विशेष विमान सोमवार को दोपहर बाद दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरेगा। शाम करीब पांच बजे हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाक़ात होगी। कोरोना महामारी के मद्देनजर दोनों नेताओं की मुलाक़ात के लिए विशेष ऐहतियात बरता जा रहा है। पीएम मोदी पुतिन के सम्मान में हैदराबाद हाउस में एक डिनर भी देंगे। इसे बाद पुतिन रात 9:30 बजे रुस रवाना हो जाएंगे।

अपने इस दौरे के दौरान पुतिन एस 400 का एक मॉडल पीएम मोदी को भेंट करेंगे। यह सब खासकर उस मौके पर होनेवाला है जबकि भारत और रूस के बीच S400 एयर डिफ़ेंस सिस्टम के पांच में से दो सिस्टम को रूस से भारत डिलीवरी के लिए रवाना किया जा चुका है। इसके अलावा पुतिन के दौरे में भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से AK 203 को उत्तरप्रदेश के अमेठी में बनाने के लिए सौदे पर मुहर लगने वाली है। इसे दुनिया की सबसे बेहतरीन और अचूर रायफल के तौर पर जाना जाता है।

यह भी पढ़ें- America का बड़ा दावा- Russia ने कर ली है पूरी तैयारी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अबतक भार दस बार से भी अधिक बार आ चुके हैं लेकिन ये दौरान काफी अहम होने वाला है। दोनों नेताओं की मौजूदगी में रक्षा, स्पेस, परमाणु ऊर्जा, तकनीक, स्वास्थ्य, कृषि और सांस्कृतिक आदान प्रदान के लिए लगभग एक दर्जन समझौते पर मुहर लगने वाली है। रूसी राष्ट्रपति के भारत पहुंचने से पहले उनके विदेश और रक्षा मंत्री दिल्ली में मौजूद रहेंगे। भारत अबतक अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के साथ 2+2 डायलॉग करता रहा था लेकिन अब रूस भी इसमें जुड गया।