सोशल मीडिया पर आये दिन कुछ न कुछ वायरल होता रहता है। कई अजीबोगरीब वीडियो देख लोग गुदगुदाते हैं, तो इनमें कुछेक ऐसे भी होते है जो रातों की नींद उड़ा देते हैं। इन दिनों हैरतअंगेज छात्राओं के बेहद निजी वीडियो सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ वायरल हो रहे हैं, जो बेहद शर्मनाक है। ये तमाम वीडियो पंजाब की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (Chandigarh university) के बाथरूम के हैं, जहां एक छात्रा ने लगभग 60 लड़कियों का नहाते वक्त वीडियो बना लिया और इंटरनेट पर डाल दिया।
सालों पहले भी सामने आया था दिल दहला देने वाला मामला
खैर,उस लड़की के वीडियो को बनाने के पीछे आखिर क्या मकसद है इस बात की फिलहाल कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है। क्या वह लड़का ब्लैकमेल कर रहा था या फिर वह लड़की उसे लड़के के साथ मिलकर पैसे बटोरने में लगी है। यह बात अभी जांच का विषय है। वैसे ये कोई पहली बार नहीं जब देश में लड़कियों के साथ इतना भयानक मंजर देखने को मिला हो। क्योंकि इसी तरह का एक टेप कांड करीब तीस साल पहले राजस्थान देश का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल हुआ था। उस दौरान 100 लड़कियों की अश्लील तस्वीरें उतार कर उनके साथ महीनों तक यौन शोषण किया गया। यह यौन शोषण एक दो नहीं बल्कि सामूहिक था।
अजमेर में हुआ सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल
यह कोई पहला ऐसा बड़ा मामला नहीं जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इससे पहले अजमेर में सबसे बड़ा सेक्स कांड हुआ। चंडीगढ़ (Chandigarh) की यह घटना साल 2022 की है और वह 1992 की थी। यानी, ठीक 30 साल पहले। तब भी ऐसा खौफनाक मंजर देखने को मिला था। देश में उस समय भी MMS कांड या फिर सेक्स कांड की बात सामने आई थी। तब एक नामी गर्ल्स स्कूल की 100 से अधिक स्कूली लड़कियों की अश्लील तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण किया गया था।
किसने खोले इस बड़े कांड के राज?
21 अप्रैल 1992 को सबसे पहले दैनिक नवज्योति अखबार ने इस कांड का खुलासा किया। जिसका दूसरा हिस्सा 15 मई को लड़कियों की ब्लर तस्वीरों के साथ छापा गया था और बताया गया शहर के रसूखदार स्कूल व कॉलेज की जवान युवतियों को फंसाकर उनका यौन शोषण करते हैं। उनकी अश्लील फोटो व वीडियो उनसे अपनी सहेलियों का साथ में लाने का दबाव बनाते। इस तरह से एक- एक कर वे 100 से ज्यादा लड़कियों को वहशीपन का शिकार बना चुके थे।
चिश्ती परिवार सहित 18 नामजद आरोपी
अजमेर MMS कांड के आरोपियों में शहर के सबसे ताकतवर एक चिश्ती परिवार का नाम शामिल था, जिसका संबंध अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह से भी था। खादिम परिवार से जुड़े ये आरोपी फारूक चिश्ती और नफीस चिश्ती थे। जो वक्त यूथ कांग्रेस के नेता भी थे। मामले में 17 लड़कियों की गवाही के बाद कुल 18 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था। जिनमें से आठ को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
फोटो लैब वाले ने भी कर दी घिनौनी हरकत
पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया आरोपी लड़कियों की फोटो जिस लैब में धुलवाते उसके कर्मचारी ने भी उन लड़कियों को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था और फिर कई लड़कियों के साथ बलात्कार किया था। इस घटना के खुलासे के बाद समाज में बेइज्जती के डर से दुष्कर्म का शिकार हुई लड़कियों ने आत्महत्या करना शुरू कर दिया था। कई लड़कियों ने ये कदम उठा लिया। घटना के बाद अजमेर शहर की लड़कियों के विवाह संबंधो पर भी अघोषित रोक लग गई। लोग हर लड़की को संदेह की नजर से देखने लगे।
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इस तरह से किया शोषण…
एक पीड़िता ने कोर्ट में बताया कि वह अपने पुरुष मित्र के साथ थी तो उससे नफीस और फारूक उनसे बहुत बार मिले और उनको कांग्रेस में एक बड़ा प्रॉजेक्ट दिलाने का लालच दिया। इतना ही नहीं सैयद अनवर चिश्ती ने कांग्रेस का फॉर्म लाकर भी दिया। ऐसे में जब वो एक दिन स्कूल जा रही थी तब नफीश और फारूक रास्ते में मिल गए और कहा कार से स्कूल छोड़ देंगे। जान पहचान होने की वजह से वह बैठ गई , लेकिन गाड़ी स्कूल जाने की बजाए फार्म हाउस पहुंच गई।
पहले ऐसा प्रतीत हुआ किसी नेता से वह मुलाकात कराने लाया लेकिन फिर नफीस ने उसे दबोच लिया, ब्लात्कार किया और कहा कि मुंह खोला तो जान से मार देंगे। फिर उसने वीडियो बनाया और अश्लील तस्वीरें उतार ली। और कहा कि अगर वह अपनी सहेलियों को लेकर नहीं आती है तो फिर यह बात फैला दी जाएगी और इसके बाद सिलसिला शुरू हो गया। हर लड़की जो फंसती वह अपने आप को बचाने के लिए अपनी सहेली ले आती और फिर यह तब तक चलता रहा जब तक तस्वीरें अखबार में नहीं छप गई।