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मुंबई से पूरी तरह खत्म हो जाएगी Shivsena! विधायकों के बाद अब सांसद भी उतरेंगे बगावत पर, कहा- Uddhav Thackeray शिंदे से कर लें समझौता

Shivsena के विधायकों के बाद अब सांसद भी उतरेंगे बगावत पर

महाराष्ट्र में मचे सियासी धमासान अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी ऐसा लगता है कि उद्धव ठाकरे को कई और सदमे लगने वाले हैं। शिवसेना के नेताओं की शुरू होई बगावत अभी यहीं रुकने वाली नहीं है। क्योंकि, विधायकों के बाद अब खबर है कि, सांसदों के बीच भी मनमुटाव होना शुरू हो गया है। शिवसेना के 55में से 39विधायकों ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ एकनाश शिंदे गुट में शामिल हो गए। इनके बाद अब सांसद भी झटका देने वाले हैं। कहा जा रहा है कि, 19में 14सांसदों ने भी इसी तरह का प्लान बनाया था। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, कुछ सांसदों ने उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे गुट से समझौता कर लेने की सलाह दी है।

बीजेपी के एक बड़े नेता ने दावा किया है कि शिवसेना के संसदीय दल में भी समानांतर बगावत होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए राष्ट्रपति पद के मतदान का इंतज़ार करिए, सूत्रों के मुताबिक़ कम से कम 14सांसद शिवसेना से बग़ावत कर सकते हैं। शिवसेना सांसद और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के  बेटे श्रिकांत शिंदे (Shrikant shinde) के साथ कुछ और सांसद शिवसेना में बगावत कर सकते हैं, श्रिकांत शिंदे पहले ही अपने अपने पिता के गुट के साथ शिवसेना से अलग हो चुके हैं।

एक न्यूज चैनल की माने तो, बीजेपी के एक बड़े नेता ने कहा है कि, राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के दिन ही कम से कम 14सांसद शिवसेना छोड़ एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। साथ ही ये सांसद शिवसेना से अलग होने का एलान भी कर सकते हैं, अभी शिवसेना के लोकसभा में 19और राज्यसभा में 3सदस्य हैं। माना जा रहा है कि, शिवसेना के विधायकों की बगावत के बाद हुए विभाजन का असर लोकसभा में भी दिख सकता है। ये 14सांसद एकनाथ शिंदे गुट के संपर्क में हैं। विधायकों ने ठाकरे से एकनाथ शिंदे गुट के साथ समझौता करने के लिए कहा है। अब फैसला उद्धव ठाकरे के हाथ में है कि उन्हें क्या करना है। लेकिन, अगर 14सांसदों ने भी उनका साथ छोड़ दिया तो यह उद्धव ठाकरे के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं होगा।

उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार की शाम सांसदों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में शिवसेना के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसी बैठक में सांसदों ने एकनाथ शिंदे से समझौता कर लेने में ही भलाई की बात बताई। शिवसेना के कुल 19 सांसद हैं. इनमें से 3 कल की बैठक में गैरहाजिर थे। एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, भावना गवली और ठाणे के सांसद राजन विचारे इस मीटिंग में नहीं आए। श्रीकांत शिंदे ने अब तक खुल कर अपने पिता एकनाथ शिंदे को सपोर्ट किया है। यवतमाल की सांसद भावना गवली ने भी पत्र लिख कर उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व के लिए एकनाथ शिंदे की बात मान लेने की सलाह दी थी। ठाणे के सांसद राजन विचारे भी शिंदे गुट के ही माने जाते हैं।