अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। आज ब्लिंकन विदेशमंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात करेंगे। अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बीच ब्लिंकन भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के इरादे से भारत पर आए हैं। गौरतलब है कि साल के आखिर तक क्वाड देशों भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के विदेश मंत्रियों की संभावित बैठक भी होनी है। भारत के बाद वो कुवैत के लिए रवाना होंगे, लेकिन उससे पहले ब्लिंकन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे। ब्लिंकन की इस यात्रा से चीन के होश उड़ रहे हैं। बीजिंग को डर है कि कहीं अमेरिका भारत के साथ मिलकर कहीं तीन ओर से हमला न कर दे।
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सूत्रों की मानें तो जयशंकर और ब्लिंक के बीच बैठक में क्षेत्रीय मुद्दे भी उठेंगे। इसमें अफगानिस्तान की स्थिति एक बड़ा मुद्दा होगा। साथ ही चीन और भारत के बीच सैन्य तनाव का मुद्दा भी उठने की संभावना है। अमेरिकी पक्ष रक्षा मुद्दों को लेकर ज्यादा जोर दे रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से कई बार ऐसे बयान जारी हो चुके है। अमेरिका ने हाल ही में भारत को 20 अरब डालर की सैन्य सामग्रियों की बिक्री को हरी झंडी दिखाई। दोनों देशों के बीच कई रक्षा उपकरणों को साथ मिलकर विकसित करने पर भी बात हो रही है।
US Secretary of State @SecBlinken (Antony Blinken) Arrives in India pic.twitter.com/V8OlwAl9kT
— Alpha Defense 🇮🇳 (@alpha_defense) July 27, 2021
इसके अलावा बैठक में भारत की तरफ से वैक्सीन निर्माण में जरूरी अमेरिकी कच्चे माल का मुद्दा उठाया जाएगा। आपको बता दें कि भारत रवाना होने से पहले ब्लिंकन ने ट्वीट किया था कि वो अमेरिका के प्रमुख साझेदारों के साथ हिंद प्रशांत और मध्य पूर्व में साझा हितों को मजबूत करने के लिए सलाह मशविरा करेंगे। बतौर विदेशमंत्री ये ब्लिंकन की पहली भारत यात्रा है। हालांकि जनवरी में सत्ता में आने के बाद बाइडन सरकार की ओर से वो भारत का दौरा करने आए थे। इससे पहले रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन मार्च में और जलवायु परिवर्तन पर विशेष राजनयिक जॉन केरी अप्रैल में दिल्ली आए थे।