चैत्र मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को हर साल हनुमान जयंती मनाई जाती है। इस बार हनुमान जयंती 27 अप्रैल को पड़ रही है। भगवान हनुमान बल, बुद्धि और विद्या के प्रतीक माने जाते है। इस दिन हनुमान जी की पूजा कर भक्त अपनी भावना प्रकट करके है। खास बात ये है कि हनुमान जयंती के दिन मंगलवार पड़ रहा है। जिसके चलते सिद्धि और व्यातीपात नामक दो विशेष योग बन रहे है। मान्यता है कि सिद्धि योग में की गई पूजा का अच्छा फल मिलता है। ये सिद्धि योग शाम 8 बजकर 3 मिनट तक रहेगा। इस योग में पूजा करने से घर में खुशहाली आती है।
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वहीं इस साल हनुमान जयंती पर कई विशेष संयोग भी बन रहे हैं। ग्रहों की बात करें तो इसस साल शनि हनुमान जयंती पर मकर राशि में रहेगा। सूर्य, बुध और शुक्र का योग मेष राशि बना हुआ है। राहु वृषभ में और केतु वृश्चिक राशि में रहेंगे। ग्रहों के इस उत्तम योग के कारण ही हनुमान जयंती का बेहद पुण्यदायी होती है। इस दिन लोग व्रत कर हनुमान जी को प्रसन्न करने की कोशिश करते है। इस बार शुभ मुहूर्त पर ही बजरंगबली की पूजा करे और ये पूजा बड़े ही विधि विधान के साथ करें। ताकि बजरंगबली खुश होकर आपके सारे कष्ट को हर लें।
हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली को लाल चोला चढ़ाना चाहिए। इसके बाद घी या तेल का दीप प्रजवलित कर हनुमान चालीसा का पाठ करे। हनुमान जयंती के दिन सुंदरकांड का पाठ कराने से शुभ होता है। जो लोग सुंदरकांड का पाठ कराते है उनके जीवन में कोई परेशानी नहीं होती है। इस पाठ को कराने से भगवान राम का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा, इस खास दिन पर गरीबों को खाना खिलाएं और दान करें। भगवान शिव के 11वें अवतार हनुमान जी है। हनुमान सभी कष्टों को दूर करते है इसलिए उन्हें संकंटमोचन के नाम से जाना जाता है।
जयंती के दिन 11 बार हनुमान मंत्रों का जाप भी करें।
'ऊं हनुमते नमः
ऊं अंजनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत प्रचोदयात्
ऊं ऐं भीम हनुमते श्री राम दोत्याय नमः
ऊं दैत्यनुमुखाय पंचमुख हनुमते करलाबलदाय
मंगल भवन अमंगलहारी द्रवहु सो दशरथ अजिर विहारी'