कोरोना काल में मंदिर बंद हैं लेकिन हनुमान जयंती के विशेष अवसर पर मंदिरों के पुजारी एकांत में संकट मोचक वीर बजरंगी की पूजा अर्चना कर रहे हैं। बंद कपाटों के भीतर 'प्रभु संकट मोचन नाम तिहारो' और 'नासे रोग हरे सब पीरा-जपत निरंतर हनुमत बीरा' के सुर सुनाई दे रहे हैं। जो हनुमान भक्त मंदिर नहीं जा पा रहे है वो अपने घरों मे ही सुंदर काण्ड और बजरंग वाण के पाठ का आयोजन कर रहे हैं। ऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि मंदिरों में सन्नाटा और घरों में सुंदर काण्ड और रामायण के पाठ चल रहे हैं।
हनुमान जन्मोत्सव पर सिद्धि योग इस दिन का महत्व और भी बढ़ा रहा है। सिद्धि योग रात 8 बजकर 3 मिनट तक रहेगा। यमुना घाट के हनुमान मंदिर, कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर और दक्षिण पश्चिम दिल्ली के जौनापुर गांव में स्थित बाबा नीब करोरी महाराज के संकट मोचक हनुमान मंदिर के पुजारियों ने श्रद्धालुओं के अभाव में हनुमत स्तवन के बाद देश और दुनिया को कोरोना के क्रूर पंजों से मुक्ति की प्रार्थना की।
इसको भी देखेंः कोरोना काल में संकटमोचक बना पटना का संकटमोचन हनुमान मंदिर
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों के पुजारियों ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि घर पर रहकर ही हनुमान जी की पूजा की जाए जो लोग चोला आदि चढ़ाना चाहते हैं वो भी घर ही भी हनुमान जी की मूर्ति या चित्र को रोली-सिंदूर अर्पित कर मनसोपचार से पूजा अर्चना कर सकते हैं। सनातन पंचाग के अनुसार शाम को 8 बजे तक सिद्धि योग है इसिलए दिन भर हनुमान जी की पूजा अर्चना से विशेष लाभ मिल सकता है।