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NASA को मिल गया सौर तूफ़ान का स्रोत, वैज्ञानिक बोले- यह बड़ी कामयाबी

NASA को मिल गया सौर तूफ़ान का स्रोत

सूर्य के रहस्यों को उजागर करने के लिए भेजे गए नासा (NASA) के पार्कर सोलर प्रोब के हाथ बड़ी सफलता लगी है। इस प्रोब के डेटा ने सूर्य के सतह पर सौर हवा से स्रोत की खोज की है। इस स्रोत से भारी संख्या में आवेशित कण सूर्य की सतह से निकलकर पृथ्वी की ओर बह रहे हैं। पार्कर सोलर प्रोब का नाम दिवंगत खगोल वैज्ञानिक यूजीन पार्कर के नाम पर रखा गया था। इस प्रोब को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2018 में लॉन्च किया था। इस अभियान का प्रमुख मकसद यह निर्धारित करना था कि सूर्य की सतह पर बनने के वक्त सोलर विंड या सौर हवा कैसी दिखती है और यह सूर्य के गुरुत्वाकर्षण से कैसे बचती है।

NASA को मिल गया सौर तूफ़ान का स्रोत

नासा (NASA) ने बताया कि पार्कर सोलर प्रोब जैसे सूर्य के सतह के 13 मिलियन मील (20.9 मिलियन किलोमीटर) के भीतर जैसे ही जांच शुरू की, इसके उपकरणों ने सौर हवा की ठीक संरचनाओं का पता लगाया। यह हवा फोटोस्फीयर या सौर सतह के पास उत्पन्न होती है। इस अंतरिक्ष यान को विशेष रूप से सौर सतह के ऊपर 4 मिलियन मील (6.4 मिलियन किलोमीटर) के भीतर उड़ान भरने के लिए डिजाइन किया गया है। इस मिशन ने 2021 के अंत में सूर्य के सतह को पहली बार स्पर्श किया था।

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सौर हवा या सोलर विंड के स्रोत की खोज से संबंधित विवरण का अध्ययन बुधवार को नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। इसमें बताया गया है कि सौर हवा प्लाज्मा का एक निरंतर बहाव है, जो सतह से बाहर की ओर होता है। इसमें प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन जैसे आवेशित कण होते हैं। इसमें सौर चुंबकीय क्षेत्र का हिस्सा भी शामिल है जो कोरोना से काफी आगे तक फैली हुई है। यह हवा दो प्रकार की होती है। सूर्य के ध्रुवों पर 497 मील प्रति सेकंड (800 किलोमीटर प्रति सेकंड) की चरम गति से कोरोना के छेद से तेज सौर हवा बहती है। वहीं बाकी हिस्सों में बहने वाली सौर हवा 249 मील प्रति सेकंड (400 किलोमीटर प्रति सेकंड) की शांत गति से बहती है।