चीन ऐसा देश है जिसके दोस्त कम दुश्मन ज्यादे हैं। खासकर चीन से लगती सीमा वाले पाकिस्तान को छोड़कर लगभग सारे देशों से ड्रैगन की दुश्मनी है। क्योंकि, चीन लगातार इन देशों में अवैध कब्जा करने की कोशिश करता रहता है। अमेरिका और चीन के बीच की दुश्मनी जग जाहिर है और अब संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत ने कहा है कि, अमेरिका को उत्तर कोरिया के साथ तनाव कर करने के लिए और अधिक लुभावनी और व्यावहारिक नीतियों एवं कार्ययोजनाओं पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, उत्तर कोरिया के परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर टकराव, निंदा और प्रतिबंधों के दुष्चक्र में लौटने से बचना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत झांग जून ने कहा कि समाधान सीधी बातचीत में निहित है। इसके आगे उत्तर कोरिया की तरफदारी करते हुए झांग जून ने कहा कि, अगर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन उत्तर कोरिया के साथ कोई समाधान चाहता है तो उन्हेंन और अधिक ईमानदारी और लचीला रुख दिखाना चाहिए। इसके साथ ही अमेरिका-उत्तर कोरिया के परमाणु विवाद पर कहा कि, इस मुद्दे को हल करने की चाबी पहले से ही अमेरिका के हाथों में है।
Also Read: ईरान ने कहा- न्यूक्लियर रिसर्च रखूंगा जारी, कोई नहीं रोक सकता
इसके अलावा यह पूछे जाने पर कि इस संबंध में अमेरिका को और क्या करना चाहिए, क्योंकि वह पहले ही कह चुका है कि वह उत्तर कोरिया के साथ बात करने के लिए तैयार है। इसपर उन्होंने US के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच सिंगापुर एवं हनोई में बातचीत की ओर इशारा करते हुए कहा कि, हमने उत्तर कोरिया को परमाणु हथियारों के परीक्षण और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण को स्थगित करते देखा है। और फिर अमेरिका ने क्या किया, हमने यह भी देखा है। एक तरह से उन्होंने साफतौर पर ये कहने की कोशिश की, कि उत्तर कोरिया हथियारों के परीक्षण के जरिए क्षेत्र में जो भी अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है, उसके लिए अमेरिका ही जिम्मेदार है।