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इंडिया के झटके से हिला ड्रैगन- चीनी वेदेश मंत्री कहा अब हमारी दोस्ती को हिमालय भी नहीं रोक सकता!

चीनी वेदेश मंत्री कहा अब हमारी दोस्ती को हिमालय भी नहीं रोक सकता

चीन की वजह से इस वक्त दुनिया के कई देश परेशान है, खासकर ताइवान। जहां पर ड्रैगन लगातार घुसपैठ कर रहा है और चीन का तो यहां तक कहना है कि ताइवान को चीन में मिलाने से दुनिया की कोई भी ताकत उसे रोक नहीं सकती है। ड्रैगन की ये धमकी अमेरिका के लिए है क्योंकि, अमेरिका की ओर से ताइवान को सुरक्षा प्राप्त है। इसके साथ भी भारत के साथ भी चीन का 2019 के बाद से तनाव जारी है, लेकिन भारत चीन की हर एक चाल को नेस्तनाबूद कर दे रहा है। जब भारत के खिलाफ चीन अपने किसी भी प्लान में कामयाब नहीं हो सका तो अब वो दोस्ता का हाथ बढ़ाने की बात कह रहा है।

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दरअसल, चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी के फेयरवेल वर्चुअल बैठक में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने उम्मीद जताई है कि बॉर्डर पर तनाव में कमी आएगी। वांग ने बैठक में कहा है कि हमें आपसी समझ बनानी चाहिए। गलत फैसला नहीं लेना चाहिए। हमें दीर्घकालिक सोच रखने की जरूरत है और अस्थायी चीजों से विचलित नहीं होना चाहिए। भारत और चीन को एक-दूसरे को सफल होने में मदद करनी चाहिए। दोनों को एक-दूसरे को थका नहीं देना चाहिए। खबरों की माने तो, वांग ने कहा है कि, "जब हम भरोसा कामय कर सकते हैं तो हिमालय भी हमारी दोस्ती को नहीं रोक सकता है"। लेकिन एक बार यकीन खो जाने के बाद पहाड़ का एक सिरा भी हमारे साथ आने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने विकास पर जोर देते हुए कहा कि, चीन और भारत को एक-दूसरे को गलत ठहराने के बजाय आपसी समझ को बढ़ाना चाहिए।

बैठक में मिसरी ने कहा कि पिछले साल से कुछ चुनौतियों ने रिश्ते में विशाल अवसरों को खत्म कर दिया था। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई है कि दोनों देश मौजूदा मुश्किलों को दूर करते हुए संबंधों को सकारात्मक दिशा में आगे ले जाएंगे। बता दें कि विक्रम मिसरी का कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो रहा है और भारत ने अब तक चीन में नए राजदूत की घोषणा नहीं की है। बताते चलें कि, दोनो देशों के बीच अप्रैल 2019 से ही तनाव जारी है। लद्दाख बॉर्डर पर जून 2020 में यह विरोध हिंसक हो गया था जिसमें दोनों देशों के सैनिकों की मौत हुई थी। इस घटना के बाद दोनों देशों ने बॉर्डर पर सैनिकों की तैानाती बढ़ा दी है।