भारत को मदद भेजने का स्वांग करने वाले भिखारी पाकिस्तान में कोरोना का ऐसा विस्फोट हुआ जैसा दुनिया में आज से पहले कहीं नहीं हुआ है। पाकिस्तान में कोरोना पॉजिटिव बच्चों में बहुत तेजी से फैल रहा है। कोरोना का यह सबसे भयंकर वायरस है जो कम उम्र के बच्चों को शिकार बनाता है। भारत में ऐसा एक भी केस अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन पाकिस्तान में एक साथ 300 से ज्यादा बच्चों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से हड़कंप मच गया है।
पाकिस्तान सरकार बच्चों में फैल रहे कोरोना की इस रिपोर्ट को छुपाने की कोशिश कर रही थी लेकिन पाकिस्तानके ही एक अखबार ने यह खबर छाप दी। पाकिस्तान के अखबार 'ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक बलूचिस्तान में कोरोना वायरस की स्थिति बहुत भयानक है। यहां 300 बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव है। पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान पर कब्जा तो कर रखा है लेकिन यहां के लोगों के साथ वो दुश्मनों जैसा व्यवहार करता है। यहां न अस्पताल हैं स्कूल। यहां रोजी-रोजगार के साधन भी नहीं है। पाकिस्तान की आर्मी बलूचिस्तानियों के साथ अमानवीय व्यवहार करती है। औरतो-लड़कियों के साथ बलात्कार-दुराचार और मर्दों की हत्या और अगवा करना आम बात है।
पाकिस्तानी मीडिया में बलुचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी के हवाले से कहा गया है कि यहां कोरोना की स्थिति बेहद चिंता जनक है। यहां जितने भी मामले सामने आए हैं उनमें से 10 फीसदी से ज्यादा स्कूलों से आए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों को दवा देने के बजाए सेना की गोलियां और बूट परोस दिए हैं। सड़कों पर सेना उतार दी गई है। अवाम और आर्मी आंखों में आंखें डाले खड़े हैं। पाकिस्तान चीन की मदद पर ही निर्भर है। उसके पास न तो ऑक्सीजन खरीदने को पैसे हैं और न कोरोना का टीका। सबसे अहम बात यह है कि अभी तक दुनिया में ऐसा टीका विकसित नहीं हुआ है जो बच्चों पर कारगर हो। इसलिए पाकिस्तान के हालात और भी गंभीर होने वाले हैं लेकिन इमरान सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। इमरान को लगता है कि बच्चों में यह बीमारी केवल बलोचिस्तान तक ही सीमित रहेगाी, लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम बच्चों का कोरोना जल्दी ही इस्लामाबाद, कराची और लाहौर भी पहुंचने वाला है।