कोरोना वायरस को लेकर जितनी भी रिपोर्टें आईं है लगभग हर में यही दावा किया गया है कि इसका जन्म चमगादड़ या किसी पक्षी-सांप से नहीं बल्कि चीन ने इसे अपने वुहान लैब में जैविक हमला के रुप में तैयार किया है। इस वायरस ने पूरी दुनिया में जितनी तबाई मचाई है उसे भरपाई करने में शायद कई बरस लग जाएंगे। लेकिन अब यही वायरस चीन ने भी तेजी से संक्रमण फैला रहा है जिसके चलते चीन को कई जगहों पर लॉकडाउन लगाना पड़ा है।
कोरोना वायरस का सबसे खतरनाक वेरिएंट है डेल्टा वेरिएंट जिसने दूसरी लहर में पूरी दुनिया में तेजी से संक्रमण फैलाया। यही वेरिएंट पर चीन में तेजी से फैल रहा है, जिसेक बाद चीन ने कई जगहों पर लॉकडाउन लगा दिया है। चीन के उत्तर-पश्चिम में इनर मंगोलिया की एजिन काउंटी के लोगों को सोमवार से घर में ही रहने के लिए कहा गया है। एजिन की आबादी 35,700 है। इन्हें कोविड पाबंदियों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है।
फिलहाल एजिन कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। यहां बीते हफ्ते 150 से ज्यादा नए संक्रमित मिल चुके हैं। साथ ही कहा गया है कि अगर किसी आदेश का पालन नहीं किया गया तो उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने चेतावनी दी है कि करीब एक हफ्ते में कोविड इंफेक्शन 11 राज्यों में फैल गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ते जाएंगे। इस चेतावनी के बाद एजिन में लॉकडाउन की घोषणा की गई। चीन में सोमवार को 38 कोरोना केस मिले, जिसमें से आधे इनर मंगोलिया से हैं।
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वहीं, बीजिंग में भी एक दर्जन नए केस सामने आने के बाद ऐसी जगहों से लोगों को आने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जहां स्थानीय तैर पर कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। साथ ही चीन के लोकप्रिय पर्यटन स्थल गांसू प्रांत में कोविड-19 के नए मामले सामने आने के बाद हडकंप मच गया है। यहां पर भी सोमवार से भी पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया गया है। गांसू प्रांत बौद्ध धर्म से संबंधित चित्रों वाली गुफाओं और अन्य धार्मिक स्थलों के लिए पहचाना जाता है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना संक्रमण के 35 नए मामले सामने आए, जिसमें चार गांसू से हैं।