अफगानिस्तान में सत्ता के लिए खून खराबा शुरू हो गया है। अफगानिस्तान में सत्ता की कुर्सी को लेकर तालिबान और हक्कानी नेटवर्क आपस में ही भिड़े पड़े हैं। दोनों गुटों के बीच गोलीबारी की खबर है। जिसमें तालिबान के सह-संस्थापक अब्दुल गनी बरादर घायल हो गया है। पंजशीर ऑब्जर्वर और NFR की रिपोर्ट्स के अनुसार, इस लड़ाई में गोली तक चल गई। बताया जा रहा है कि हक्कानी गुट ने ही गोली चलाई है।
पंजशीर ऑब्जर्वर ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि काबुल में बीती रात तालिबान के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच सत्ता संघर्ष को लेकर गोलीबारी हुई। पंजशीर के मुद्दे को कैसे हल किया जाए, इसे ललकेर अनस हक्कानी और मुल्ला बरादर के लड़ाकों के बीच असहमति थी और इसी को लेकर झड़प हो गई। हक्कानी की ओर से चलाई गई गोली में मुल्ला बरादर कथित तौर पर घायल हो गए हैं और उनका पाकिस्तान में इलाज चल रहा है। हालांकि, सूत्रों ने गोलीबारी की पुष्टि नहीं की है।
Gunfire last night in Kabul was a power struggle between two senior Taliban leaders. Forces loyal to Anas Haqqani and Mullah Baradar fought over a disagreement on how to resolve the #Panjshir situation. Mullah Baradar was reportedly injured and is receiving treatment in Pakistan. pic.twitter.com/LorfFtJJuG
— Panjshir Observer (@PanjshirObserv) September 4, 2021
कहा जा रहा है कि इस लड़ाई के चलते ही तालिबान ने सरकार गठन का ऐलान टाल दिया है, क्योंकि सरकार का नेतृत्व करने वाला बरादर अपना इलाज करा रहा है। हक्कानी नेटवर्क चाहता है कि सरकार मध्ययुगीन समय जैसी हो और उसमें कुछ भी आधुनिक ना हो हक्कानी नेटवर्क का कहना है कि उसने काबुल को जीता है और अफगानिस्तान की राजधानी पर उसी का दबदबा है। इधर नॉर्दन अलायंस ने भी ट्वीट कर इस घटना का जिक्र किया है। नॉर्दन अलांयस का कहना है कि बरादर ने तालिबानियों को पंजशीर में नहीं लड़ने और काबुल आने को कहा है। इस झड़प में मुल्ला बरादर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें इलाज के लिए पाकिस्तान ले जाया गया है।
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