अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट और पंजशीर घाटी को छोड़कर तालिबानियों का हर जगह कब्जा हैं, इसलिए अब तालिबान की नजर पंजशीर पर है। जिसके चलते तालिबान के लड़ाको ने पंजशीर पर हमला बोला, लेकिन ये हमला उन्हीं पर उल्टा पड़ा। सूत्रों के मुताबिक, पंजशीर के लड़ाकों ने तालिबान पर रास्ते में घात लगाकर हमला किया। इस हमले में तालिबान के 300 लड़ाकों को मार गिराया गया। आपको बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान के 33 प्रांतों पर कब्जा किया हुआ हैं, सिर्फ एक पंजशीर प्रांत ही ऐसा है, जहां तालिबान की सत्ता नहीं है।
पंजशीर से सटे बगलान प्रांत के अंदराब जिले में बीती रात बड़ी तादाद में तालिबानी लड़ाकों ने हमला कर दिया, जिसमें 300 तालिबान लड़ाके मारे गए। पंजशीर के लोगों का कहना है कि वे तालिबानी ताकतों के खिलाफ डटकर मुकाबला करेंगे। यहां के लोगों को तालिबान से खौफ नहीं है। पंजशीर घाटी की आबादी महज 2 लाख है। काबुल के उत्तर में यह इलाका महज 150 किलोमीटर दूर है। पंजशीर में अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद और खुद को अफगानिस्तान का केयरटेकर राष्ट्रपति घोषित कर चुके अमरुल्लाह सालेह तालिबान को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
Update from the Anti-Taliban resistance – they tell me: Taliban ambushed in Andarab of Baghlan province. At least 300 Taliban fighters were killed. The group is lead by #AhmadMassoud & @AmrullahSaleh2 #Afghanistan pic.twitter.com/uJD1VEcHY1
— Yalda Hakim (@BBCYaldaHakim) August 22, 2021
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इकलौता प्रांत पंजशीर ही है, जहां तालिबान के खिलाफ नया नेतृत्व बन रहा है, जो तालिबान की सत्ता को मानने से इनकार कर रहा है। अहमद मसूद के पिता अहमद शाह मसूद भी तालिबान से हमेशा लड़ते रहे हैं। निर्वासित अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार में रक्षा मंत्री, जनरल बिस्मिल्लाह मोहम्मदी ने ऐलान किया है कि वे पंजशीर की सुरक्षा करते रहेंगे। उन्होंने कहा है कि पंजशीर घाटी तालिबानी ताकतों का विरोध लगातार करती रहेगी। घाटी में जंग जारी रहेगी। बानू के पूर्व पुलिस प्रमुख असदुल्ला ने कहा- 'ऊपर वाले और मुजाहिदीन के समर्थन से, तीन जिलों को मुक्त किया गया है। हम अब खिनजान जिले की ओर बढ़ रहे हैं। जल्द ही बगलान प्रांत को साफ कर देंगे।'