चीन से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां भगवान बुद्ध की 2200 साल पुरानी तांबे की मूर्ति मिली है। शोधकर्ताओं ने बताया कि ये मूर्ति गंधार शैली में बनाई गई है, जो पहली शताब्दी से सातवीं शताब्दी ईसापूर्व के बीच (पश्चिमोत्तर पाकिस्तान और पूर्वी अफगानिस्तान) विकसित हुई थी। यह इलाका पहले गंधार शैली का गढ़ हुआ करता था।
The style is typical of Gandharan art. It was possibly brought to China from India or Central Asia. It recalls the Viking Buddha in Sweden, also arriving from the Gandharan region. pic.twitter.com/Yc98FxvDj2
— Jin Xu 徐津 (@xujnx) December 9, 2021
जानकारी के मुताबिक, 2000 साल पुरानी भगवान बुद्ध की तांबे की मूर्ति को प्राचीन समाधियों के बीच से निकाला गया है। ये समाधियां पूर्वी हान राजवंश की है। एक मूर्ति में बुद्ध शाक्यमुनी का रुप दिखाई दे रहा है। इस मूर्ति में वो किसी चीज पर खड़े है और लबादा ओढ़ा हुआ है। इसके अलावा, एक मूर्ति ऐसी भी है, जिसमें पांच तथागत मौजूद है। ऐसे में माना जा रहा है कि भगवान बुद्ध का काल 600 से लेकर 400 ईसापूर्व के बीच था।
Another amazing archaeological finding in Xi'an! A bronze statue of the Buddha was recently uncovered in a cemetery of the Eastern Han dynasty (2nd century AD). It's the earliest known bronze Buddha in China. Look forward to more information about the object. pic.twitter.com/ehkbBzDUcC
— Jin Xu 徐津 (@xujnx) December 9, 2021
चीनी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2020 से नवंबर 2021 के बीच की खुदाई की गई हैं। इस दौरान 3648 प्राचीन मकबरे मिले हैं जिसे 475 ईसापूर्व से लेकर 221 ईसापूर्व के बीच बनाया गया था। इसे बनवाने वाले वारिंग से लेकर किंग राजवंश के राजा थे। पुरास्थल की खुदाई का नेतृत्व करने वाले ली मिंग ने बताया कि अब तक 16000 सांस्कृतिक अवशेष खुदाई में मिले हैं। इसमें भगवान बुद्ध की दो मूर्तियां शामिल हैं। शाक्यमुनि की मूर्ति 4 इंच ऊंची है और तथागत की मूर्तियां 6 इंच ऊंची हैं। इन्हें तांबे से बनाया गया है।