रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच रूस ने अपने नए टी-14 अर्माटा ‘रोबो-टैंक’ को यूक्रेन युद्ध में अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया है। जंग के मैदान के बीच मैदान में रूसी सेना ने नया हथियार कीव की सेनाओं की ओर से हमले की आशंका से पहले उतारा है। टैंक में एक मानव रहित टर्रेट लगी है जो एक शक्तिशाली बंदूक से लैस है जिसकी रेंज 8 किमी होती है। दावा किया गया है कि यह टैंक शहरों को ‘मिनटों में’ मलबे में तब्दील कर सकता है। रूस का यह भी दावा है कि इसमें एक खास तरह की स्टील्थ कोटिंग है जो इसे दुश्मन के राडार के लिए अदृश्य बना देती है।
क्रीमिया को आजाद कराने की प्लानिंग
यूक्रेनियों की तरफ से जवाबी हमले की आशंकाओं के बीच रूस ने अर्माटा टैंक को मैदान में उतार दिया है। यह हमला यूक्रेन युद्ध में एक अहम क्षण हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन क्रीमिया को आजाद कराने के लिए रूसियों को वहां से खदेड़ना चाहता है। पहली बार यह टैंक 2017 में सामने आया था। इसकी क्षमता के बारे में रूस ने कई बड़े-बड़े दावे किए हैं। रूस की उरलवगोनज़ावॉड कंपनी ने टी-14 अर्माटा (T-14 Armata) को विकसित किया है। यह रूस का सबसे ताकतवर टैंक है जिसकी सबसे बड़ी शक्ति इसकी 125एमएम की 2A82-1M स्मूथबोर कैनन मेन गन है।
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दुनिया का सबसे सुरक्षित टैंक
वैसे इसे दुनिया का सबसे सुरक्षित टैंक भी माना जाता है। यह 152 एमएम टैंक के गोले को भी झेल सकता है। अमेरिका के अब्राम्स टैंक की तुलना में इसका सुरक्षा कवच दोगुना मोटा है। शेफील्ड यूनिवर्सिटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के प्रोफेसर नोएल शार्की ने चेतावनी दी है कि टैंक की मारक क्षमता ‘मिनटों में हमारे शहरों को बर्बाद और तबाह कर सकती है’।