अफगानिस्तान में तालिबान ने करीब 20 साल बाद फिर से कब्जा जमा लिया हैं। जिसके बाद शहरों में लूटपाट बढ़ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मानें तो तालिबान घर-घर जाकर 12 साल की लड़कियों को अगवा कर उन्हें सेक्स-गुलाम बना रहे हैं। देश के अलग-अलग शहरों से महिलाओं और लड़कियों को अगवा कर रहे हैं। इस बीच वुमन पॉवर बनकर अफगास्तिान की पहली महिला रैपर पैराडाइज सोरौरी तालिबानियों के सामने डटकर खड़ी हैं और अपने कला से आतंकियों के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठा रही हैं।
Rapper Paradise Sorouri nearly killed when assaulted by 10 men for not wearing a Hijab still fights for women's rights with her music.
If you are a woman in Afghanistan, you are a problem. I am speaking out & fighting for women who don’t have a voice.pic.twitter.com/iXFcrYWLPs
— Fazila Baloch🌺☀️ (@IFazilaBaloch) August 17, 2021
यह भी पढ़ें- 'अफगान विमन पॉवर' के सामने ठण्डी पड़ गईं तालिबान की बंदूकें, देखें वीडियो
जानकारी के मुताबिक, पैराडाइज सोरौरी पिछले सात सालों में दो बार अपने देश से भागने के लिए मजबूर किया गया है। उन्हें मौत की धमकी दी गई, क्योंकि वो हिजाब के बजाय टोपी के साथ अपना सिर ढकती है, महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाती है। सोरौरी ने अफगानिस्तान में लैंगिक असमानता को लेकर कई रैप लिखे हैं। उनके रैप के हर एक बोल ने बदलाव की चिंगारी फूंकी है। उन्होंने अपने रैप में बताया कि कैसे महिलाएं के ऊपर बलात्कार का विरोध करने के लिए तेजाब डाल दिया जाता है।
Meet the first female rapper in #Afghanistan. Paradise Sorouri is making history with music videos that boldly tell the story of how Afghan women and girls are fighting the battle for equality. #womenshistorymonth #equalaccess #womenmakinghistory pic.twitter.com/7C3SShXtdL
— Equal Access International (@EqualAccessIntl) March 30, 2018
एक इंटरव्यू में सोरौरी ने कहा कि इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आप गायक हैं, कलाकार हैं, या शिक्षक हैं अगर आप अफगानिस्तान में एक महिला हैं, तो आप एक समस्या हैं। मैं उन महिलाओं के लिए एक आवाज हूं जिनके पास आवाज नहीं है। आपको बता दें कि अफगानिस्तान में इस वक्त जो हालात चल रहे हैं, उसको लेकर रैपर सोरौरी ने चिंता जताई हैं और अपने रैप के जरिए वहां की महिलाओं की आवाज बन रही है।