उत्तराखंड के देवप्रयाग के ऊपरी क्षेत्र में मंगलवार देश शाम मूसलाधार बारिश के बाद बादल फट गया। बादल फटने से शांता नदी में उफान से कई भवनों को नुकसान हुआ है और साथ ही आईटीआई का भवन भी ध्वस्त हो गया। शांता नदी से सटी दस से अधिक दुकानें बह गईं। देवप्रयाग नगर से बस अड्डे की ओर आने वाला रास्ता और पुलिया पूरी तरह से बह गया। मलबे में किसी के दबने को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं हो पाई।
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खबरों की माने तो मंगलवार शाम करीब 5 बजे दशरथ आंचल पर्वत पर बादल फटने की घटना हुई। इससे शांता गदेरा में उफान आ गया। बस अड्डे से शांति बाजार होकर शांता नदी भागीरथी में मिलती है। उफान के साथ आए भारी बोल्डरों ने यहां तबाही मचा दी। यहां मौजूद आईटीआई की तीन मंजिला बिल्डिंग इसकी जद में आ गई। इसके बाद यहां मौजूद सुरक्षाकर्मी दीवान सिंह ने कूदकर अपनी जान बचाई।
बाजार में कंप्यूटर सेंटर, बैंक, बिजली, फोटो आदि की दुकानें भी धव्स्त हो गईं। कहा जा रहा है कि शांति बाजार में लगभग करोड़ों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस को यहां अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। अगर कोरोना कर्फ्यू की स्थिति नहीं होती तो यहां बड़ी संख्या में जनहानि हो सकती थी।
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चमोली जनपद में इन दिनों दोपहर बाद रोज बारिश और बर्फबारी हो रही है. मंगलवार को भी बदरीनाथ धाम की चोटियों के साथ ही जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। गोपेश्वर में ड्रेनेज सिस्टम सही न होने से बारिश का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। गोपेश्वर के साथ ही जोशीमठ, पीपलकोटी, पोखरी, घाट, नंदप्रयाग, उर्गम, निजमूला घाटी में भी बारिश का दौर जारी है।