मंगलवार को गोंडा रेलवे स्टेशन से थोड़ी ही दूरी पर यशवंतपुर-गोरखपुर राप्तीसागर एक्सप्रेस में आग लगने से ट्रेन में अफरा तफरी मच गई। यात्रियों ने आनन फानन में चेन पुलिंग कर जान बचाई। कुछ देर बाद ट्रेन के गार्ड एवं चालक एसी कोच के पास पहुंच कर अग्नि शमन यंत्र की सहायता से हार्ड एक्सल में लगी आग को बुझाया। ट्रेन लगभग आधे घंटे से ऊपर खड़ी रही। काफी प्रयास के बाद एअर रिलीज होने तथा आग बुझने के बाद ट्रेन को मनकापुर के लिए रवाना किया गया।
यह भी पढ़े- यूपी में शराब की दुकानें खुलते ही भागा कोरोना? दुकानों के बाहर लगीं लंबी-लंबी कतारें
दरअसल, ट्रेन के एसी कोच का पहिया अचानक ही जाम हो गया था जिसकी वजह से इसमें से धुआं निकलने लगा। धुंआ निकलते देख यात्रियों ने चेनपुलिंग कर जान पचाई। गर्ड और ड्राइवर ने अग्निशमन यंत्र से शार्ट सर्किट पर काबू पाया। लगभग आधे घंटे बाद ट्रेन मनकापुर के लिए रवाना हुई।
यशवंतपुर- गोरखपुर राप्तीसागर एक्सप्रेस गोंडा स्टेशन पर रुकने के बाद दोपहर तीन बजे के आसपास गोरखपुर के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन अभी मोतीगंज-झिलाही के बीच पहुंची ही थी कि इसे एसी कोच के एक्सल से धुआं उठने लगा। धीरे धीरे धुआं तेजी से उठने लगा। जिसे देख यात्रियों में अफरातफरी मच गई। उसके बाद यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका और सारे यात्री तुरंत ट्रेन से उतरकर दूर खड़े हो गए। हालांकि, कहा जा रहा है कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई। मनकापुर स्टेशन अधीक्षक प्रभाकर पांडेय ने कहा कि पहिया ब्लॉक होने के कारण पटरियों से धुंआ निकलने लगा था आग लगने से पहले कर्मचारियों ने इसे बुझा लिया। जानकारी मिलते ही रेलवे अफसरों ने तुरंत पहुंच कर स्थिति की जानकारी ली।
यह भी पढ़े- तेलंगाना में कल से 10 दिन का लगाया गया लॉकडाउन
बताते चले कि, इससे पहले 19 अप्रैल को अमृतसर से जयनगर को जाने वाली सरजू जमुना एक्सप्रेस ट्रेन में दारगंज रेलवे स्टेशन के पास आग लग गई थी। हालांकि, सूचना मिलने पर दीदारगंज रेलवे स्टेशन के अधीक्षक ने तत्काल ट्रेन को रोकवा दिया और गांव वालों को सहयोग से रेलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया था।