इस वक्त दुनिया भर हर कोई कोरोना वायरस से छुटकारा पाना चाहता है। भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से फैली जिसमें देखा गया कि देश में भारी मात्रा में ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई। इस दौरान कई लोगों की ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत हो गई। दुनियाभर के कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए और ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए काफी हद तक कोशिश की। इस वक्त देश द्वारा निर्मित दवा कोरोना मरीजों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने में काफी कारगर है।
दरअसल, DRDO के वैज्ञानिकों ने कोरोना के खिलाफ 2-DG दवा तैयार की है। इस दवा को लेने के बाद मरीजों में ऑक्सीजन लेवल कम नहीं होगा। कोरोना जंग में यह दवा गेमचेंजर साबित हो सकती है। सोमवार को दवा की 10 हजार खुराक की पहली खेप आ जाएगी, जिसके बाद इसे कोविड मरीजों को दिया जाने लगेगा।
मरीज जल्द रिकवर होंगे
DRDO के अधिकारियों ने बताया कि ये दवा मरीजों की जल्द रिकवरी में मदद करती है और उनकी ऑक्सीजन पर निर्भरता को भी काफी कम कर देती है। कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 2-DG दवा की 10,000 खुराक की पहली खेप हफ्ते की शुरुआत में आ जाएगी और इसे मरीजों को दिया जाएगा। दवा निर्माता भविष्य में उपयोग के लिए दवा के उत्पादन में तेजी लाने पर काम कर रहे हैं। दवा डॉक्टर अनंत नारायण भट्ट के साथ वैज्ञानिकों की एक टीम ने बनाई है।
कैसे काम करती है यह दवा
क्लिनिकल ट्रायल के दौरान दवा का रिस्पॉन्स काफी अच्छा रहा। मई से अक्टूबर के बीच हुए ट्रायल में दवा को कोविड मरीजों को दिया गया जिसके बाद वो जल्दी रिकवर हो गए। दवा के उपयोग से अस्पताल में भर्ती के दिन भी कम रहे और ऑक्सीजन सपोर्ट भी नहीं लेना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि ये दवा एक तरह का सूडो ग्लूकोज मोलेकल है, जो कोरोना वायरस को बढ़ने से रोकता है।