चीन और पाकिस्तान की दोस्ती के जो गुल खिल रहे हैं आने वाले दिनों में यही पाकिस्तान के लिए खतरा बनेगा है, जिस चीन के आगे पीछे पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान दूम हिलाते रहते हैं उन्हें शायद यह नहीं पता होगा कि, चीन ने सिर्फ 3 सालों में करीब 16,000 मस्जिदों को तोड़ चुका है। और अब एक और मस्जिद को तोड़ कर वहां पर होटल बनाने जा रहा है जिसका अमेरिका में एक मुस्लिम नागरिक अधिकार समूह ने हिल्टन के होटलों के बहिष्कार का आह्वान किया है।
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चीन में उइगर समुदाय (Uyghur Communityu) की मस्जिद को तोड़कर उसके स्थान पर होटल बनाने की कथित योजना के बाद यह कदम उठाया गया। काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस के अलावा कई और संगठनों ने गुरुवार को वाशिंगटन में कैपिटल हिल्टन के बाहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसके बहिष्कार की घोषणा की।
शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के उत्पीड़न की बात किसी से छुपी नहीं है, इसे लेकर चीन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाओं हुई है। आलोचकों का कहना है कि यह अभियान सांस्कृतिक नरसंहार के बराबर है, जिसमें उइगरों को पुनः शिक्षा शिविरों में हिरासत में रखना और मस्जिदों तथा अन्य सांस्कृतिक स्थलों को नष्ट करना शामिल है। जुलाई में. चीन पर द्विदलीय कांग्रेस-कार्यकारी आयोग ने भी 'हिल्टन' को उस परियोजना को रोकने के लिए बुलाया था, जिसके तहत हैम्पटन इन होटल का निर्माण होना है। वर्जीनिया स्थित हिल्टन के होटल मैकलीन के एक प्रवक्त का कहना है कि, हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि, 2019 में एक स्वतंत्र चीन स्वामित्व वाले समूह ने सार्वजनिक नीलामी के माध्यम से एक होटल सहित व्यावसायिक विकास की योजना के लिए एक खालू भूमि खरीदी थी। जिसके चयन करने की प्रक्रिया में हिल्टन शामिल नहीं था।
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बताते चलें कि, चीन में यह पहला मामला नहीं है जब किसी मस्जीद को तोड़ कर होटल बनाया जा रहा है। ऑस्ट्रेलियाई सामरिक नीति संस्थान के स्टडी के माने तो, 2017 और 2020 यानी सिर्फ तीन सालों के बीच में शिनजियांग के 900 स्थानों में लगभग 16,000 मस्जिदों को आंशिक रूप से या पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। मस्जिदों से मीनारों को हटा दिया गया है और कुछ को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है।