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PM Modi से मिलने भारत आ रहे चीन के विदेश मंत्री! लद्दाख विवाद पर होगा समझौता?

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चीन के विदेश मंत्री वांग यी 28 मार्च को भारत दौरे पर आ सकते हैं। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि वांग यी जल्द ही भारत के दौरे पर आ सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो ये जून 2020 में लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हिंसक झड़प के बाद चीनी नेता का पहला दौरा होगा। सूत्रों की मानें तो भारत आने से पहले चीन के विदेश मंत्री नेपाल के दौरे पर रहेंगे। काठमांडू पोस्ट की एक रिपोर्ट मुताबिक चीनी विदेश मंत्री 26-27 मार्च को नेपाल दौरे पर जा सकते हैं। वह काठमांडू में चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के तहत प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाने के लिए नेपाल पर दबाव भी डाल सकते हैं।

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आपको बता दें कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि, चीन और भारत को हाल के वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों में 'कुछ झटकों' का सामना करना पड़ा है। कुछ ताकतों ने हमेशा अमेरिका के संदर्भ में चीन और भारत के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश की है। सीमा मुद्दे और दोनों पड़ोसियों के बीच संबंधों पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चीन और भारत के संबंधों को हाल के वर्षों में कुछ झटकों का सामना करना पड़ा है, जो दोनों देशों और दोनों देश के लोगों के मौलिक हितों की पूर्ति नहीं करता है।

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वांग यी ने सीमा विवाद के समाधान के लिए निष्पक्ष और न्यायसंगत समाधान के लिए समान स्तर पर परामर्श और मतभेदों को सुलझाने की अपील की थी। वहीं, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस साल जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा था कि, चीन के साथ भारत के संबंध अभी बहुत कठिन दौर से गुजर रहे हैं। वहीं, भारतीय विदेश मंत्री ने कहा था कि, बीजिंग सीमा समझौतों का उल्लंघन कर रहा है, जिससे दोनों ही देशों के बीच तनाव है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया था कि सीमा की स्थिति, दोनों देशों के बीच के संबंधों की स्थिति का निर्धारण करेगी।

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जयशंकर ने पिछले महीने जोर देकर कहा था कि, भारत लद्दाख सीमा मुद्दे पर चीन के साथ पूरी स्पष्टता के साथ बातचीत कर रहा है। आपको बता दें कि 15 जून 2020 को भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प हुई थी और उसके बाद से दोनों ही देशों के बीच लगातार तनाव बना हुआ है। दोनों देशों की तरफ से उग्र बयान भी जारी किए गये और पिछले महीने भी भारतीय विदेश मंत्री ने कहा था कि, चीन के साथ इस वक्त रिश्ते 'अत्यधिक तनावपूर्ण' चल रहे हैं। 15 जून, 2020 को गालवान घाटी की झड़पों के बाद देशों देशों के बीच विवाद काफी बढ़ गया था, जिसमें भारत के कम से कम 20 जवान शहीद हो गये थे, जबकि चीन ने अपने चार सैनिकों के मारे जाने की बात करीब एक साल बाद कबूली थी। हालांकि, कई विदेशी रिपोर्ट्स में कम से कम 42 चीनी जवानों के मारे जाने का दावा किया गया है, जिससे चीन ने हमेशा इनकार किया है।